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भारत सरकार    |    GOVERNMENT OF INDIA

 
 
 
 
 
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  • निरंतर बढते अंतरर्राष्ट्रीय यात्रा और व्यापार के दृष्टिगत अंतरर्राष्ट्रीय स्तर पर बीमारियों को फेलने से रोकने का कार्य अति आवश्यक हो जाता है। चूंकि भारत अंतरर्राष्ट्रीय स्वास्थ्य विनियमन-2005 का हस्ताक्षरकर्ता है अतः अंतरर्राष्ट्रीय प्रवेश के केंद्रो,यथा विमानपत्नों, बंदरगाहों एवं भू सीमा पार स्थलों पर लोक स्वास्थ्य सेवाओं का देखभाल करना एक सांविधिक आवश्यकता है।
  • विमानपत्तन स्वास्थ्य संगठन(एपीएचओ), पत्तन स्वास्थ्य संगठन(पीएचओ) एवं भू सीमा स्वास्थ्य एकक(एलबीएचयू) ऐसे प्रवेश द्वार वाले क्षेत्र हैं जहां कोई भी अंतरर्राष्ट्रीय यात्री वैधानिक रूप से एक देश से दूसरे देश में प्रवेश कर सकता है। लोक स्वास्थ्य संगठनों के प्रवेश केंद्रों (पीओई) का मुख्य उधेश्य एक देश से दूसरे देशों में बीमारियों को फैलने से रोकना है (अंतरर्राष्ट्रीय महत्व के आपातकालीन लोक स्वास्थ्य)
  • इसके अतिरिक्त स्वास्थ्य संगठनों के प्रवेश बिंदुओं का उधेश्य अंतरर्राष्ट्रीय स्तर पर बीमारियों को फैलने से रोकने के साथ-साथ सुरक्षित स्वास्थ्य वातावरण सुनिश्चित करना है जिसमें सुरक्षित भोजन, स्वच्छ पेय जल, साफ-सफाई एवं प्रवेश केंद्रों में रोगवाहकों पर नियंत्रण शामिल हैं।
  • सभी अंतरराष्ट्रीय प्रवेश केंद्र स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय,भारत सरकार ,स्वास्थ्य स्वा महानिदेशालय के अधीन लोक स्वास्थ्य- अंतरर्राष्ट्रीय स्वास्थ्य (पीएच-आईएच) प्रभाग के एकीकृत अंग के रूप में कार्य करते हैं।उप महानिदेशक अंतरर्राष्ट्रीय स्वास्थ्य(डीडीजी-आईएच) सभी प्रवेश केंद्रों के प्रभारी नोडल अधिकारी होते हैं।


  • अंतरर्राष्ट्रीय लोक स्वास्थ्य,पीएच(आईएच) प्रभाग का क्रिया-कलाप

    Last Updated On 02/12/2024