सफदरजंग अस्पताल की स्थापना 1942 में द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान मित्र देशों की सेनाओं के लिए एक बुनियादी अस्पताल के रूप में की गई थी। इसे 1954 में भारत सरकार ने स्वास्थ्य मंत्रालय के अधीन ले लिया। पिछले कुछ वर्षों में यह दुनिया के सबसे बड़े, तृतीयक, स्तर के बहु-विषयक स्वास्थ्य सेवा संस्थानों के रूप में उभरा है। भारत सरकार द्वारा नवंबर, 2001 में सफदरजंग अस्पताल में वर्धमान महावीर मेडिकल कॉलेज की स्थापना की गई थी। एमबीबीएस छात्रों के पहले बैच को फरवरी, 2002 में दाखिल किया गया । VMMC की स्थापना से पहले ही सफदरजंग अस्पताल में नैदानिक विषयों में स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम (MD/MS) चल रहे थे। प्री और पैरा क्लिनिकल विषयों में (MD/MS) पाठ्यक्रम वर्ष 2011 में शुरू किए गए । कॉलेज सुपर स्पेशलाइजेशन (MCh/DM) भी चला रहा है।
सेवाओं का दायरा
क्लीनिकल सेवाएँ
डायग्नोस्टिक सेवाएँ
प्रयोगशाला सेवाएँ
फार्मेसी ट्रांसफ्यूजन सेवाएँ
चिकित्सा से जुड़े पेशे
संस्थान की वेबसाइट लिंक
https://www.vmmc-sjh.nic.in
अस्पताल 1962 से स्नातकोत्तर छात्रों के प्रशिक्षण और शिक्षण का केंद्र रहा है। वर्ष1973 में अस्पताल के संकाय में यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ मेडिकल साइंसेज (यूसीएमएस) के नैदानिक संकाय शामिल थे जिससे यह 1990 तक जुड़ा रहा। अस्पताल कुल 325 स्नातकोत्तर सीटों और 43 सुपरस्पेशलिटी सीटों के साथ विभिन्न विशिष्टताओं और सुपर स्पेशियलिटी में स्नातकोत्तर प्रशिक्षण प्रदान कर रहा है। संकाय 170 सीटों के साथ एमबीबीएस, 63 सीटों के साथ बीएससी नर्सिंग, 16 सीटों के साथ बैचलर ऑफ प्रोस्थेटिक्स एंड ऑर्थोटिक्स, 25 सीटों के साथ बीएससी मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नोलॉजी, 12 सीटों के साथ बीएससी मेडिकल इमेजिंग टेक्नोलॉजी, शॉर्ट-टर्म ट्रेनिंग और प्री-ट्रॉमा टेक्नीशियन कोर्स के शिक्षण कार्यक्रमों में भी योगदान देता है। वीएमएमसी 23 मान्यता प्राप्त पीएचडी पर्यवेक्षकों के साथ जीजीएसआईपी विश्वविद्यालय से संबद्ध पीएचडी पाठ्यक्रम भी चला रहा है। शैक्षणिक वर्ष 2008 से सभी पीजी सीटें जीजीएसआईपी विश्वविद्यालय से संबद्ध हैं। सफदरजंग अस्पताल स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के तहत सबसे बड़ा अस्पताल है और स्वतंत्रता पूर्व के दिनों से समाज के सभी वर्गों को दी जाने वाली सेवाओं की गुणवत्ता के लिए विख्यात है। आज की तारीख में इसमें 3000 से अधिक बेड हैं। अपेक्षाकृत नव मेडिकल कॉलेज वीएमएमसी ने कई प्रमुख क्षेत्रों में उल्लेखनीय प्रगति प्रदर्शित कर चिकित्सा के क्षेत्र में उत्कृष्ट संस्थान के रूप में खुद को स्थापित किया है। इसनं राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क सर्वेक्षण में अच्छा प्रदर्शन करना जारी रखा है और इसकी एनआईआरएफ रैंकिंग पिछले शैक्षणिक सत्र के दौरान19 से बढ़कर 2022-23 में 14 हो गई है। इंडिया टुडे सर्वे, 2024 के अनुसार भारत के 10 उत्कृष्ट मेडिकल कॉलेजो में से वीवीएमसी को 7वां स्थान प्राप्त है।
https://www.vmmc-sjh.nic.in
अस्पताल 1962 से स्नातकोत्तर छात्रों के प्रशिक्षण और शिक्षण का केंद्र रहा है। 1973 में अस्पताल संकाय का गठन यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ मेडिकल साइंसेज (यूसीएमएस) के नैदानिक संकाय से किया गया था, जिससे यह 1990 तक जुड़ा हुआ था। अस्पताल प्रदान करना जारी रखता है कुल 325 स्नातकोत्तर सीटों और 43 सुपरस्पेशलिटी सीटों के साथ विभिन्न विशिष्टताओं और सुपर स्पेशलिटी में स्नातकोत्तर प्रशिक्षण। संकाय 170 सीटों के साथ एमबीबीएस, 63 सीटों के साथ बीएससी नर्सिंग, 16 सीटों के साथ बैचलर ऑफ प्रोस्थेटिक्स और ऑर्थोटिक्स, 25 सीटों के साथ बीएससी मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नोलॉजी, 12 सीटों के साथ बीएससी मेडिकल इमेजिंग टेक्नोलॉजी, अल्पकालिक प्रशिक्षण और शिक्षण कार्यक्रमों में भी योगदान देता है। प्री-ट्रॉमा तकनीशियन पाठ्यक्रम। वीएमएमसी 23 मान्यता प्राप्त पीएचडी पर्यवेक्षकों के साथ जीजीएसआईपी विश्वविद्यालय से संबद्ध एक पीएचडी पाठ्यक्रम भी चला रहा है। शैक्षणिक वर्ष 2008 से सभी पीजी सीटें जीजीएसआईपी विश्वविद्यालय से संबद्ध कर दी गई हैं। सफदरजंग अस्पताल स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के तहत सबसे बड़ा अस्पताल है और स्वतंत्रता-पूर्व दिनों से ही समाज के सभी वर्गों के लिए अपनी गुणवत्तापूर्ण सेवाओं के लिए जाना जाता है। आज की तारीख में इसमें 3000 से अधिक बिस्तर हैं। वीएमएमसी, एक अपेक्षाकृत युवा मेडिकल कॉलेज, ने पंख लगा लिए हैं और कई प्रमुख क्षेत्रों में उल्लेखनीय प्रगति करके चिकित्सा के क्षेत्र में खुद को उत्कृष्टता संस्थान के रूप में स्थापित किया है। यह अपनी एनआईआरएफ रैंकिंग के साथ राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क सर्वेक्षण में अच्छा प्रदर्शन कर रहा है। पिछले शैक्षणिक सत्र में 19 से बढ़कर 2022-23 में 14 हो गया। वीएमएमसी को "भारत के शीर्ष दस मेडिकल कॉलेजों" में 7वां स्थान दिया गया और इंडिया टुडे सर्वे 2024 में "सर्वश्रेष्ठ उभरता हुआ कॉलेज" घोषित किया गया।.
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Last Updated On 02/12/2024